वार्ता:क़ुरआन

(वार्ता:कुर॑आन से अनुप्रेषित)
Latest comment: 1 वर्ष पहले by 2401:4900:234E:2995:1:1:94FE:A251 in topic कुरान के लेख अल्लाह है

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लेख का नाम संपादित करें

इस लेख का नाम कुरान होना चाहिए नाकि कुर'आन जो वर्तमान नाम है और अंग्रेज़ी के नाम की फूहड़ नकल है। हिन्दी में मुसलनानों की इस पुस्तक को कुरान कहते हैं नाकि कुर'आन जो वर्तमान नाम है। इसलिए इसे बदल कर कुरान किया जाए। धन्यवाद। रोहित रावत १३:२१, ५ नवंबर २००९ (UTC)

मेरे विचार से भी कुरान होना चाहिए र॑ (र के ऊपर खड़ी आ की मात्रा) तो कोई अक्षर है ही नहीं हिन्दी में।--सुरुचि १४:२७, ५ नवंबर २००९ (UTC)
र के पर खड़ी मात्रा हिन्दी में अवश्य कोई मात्रा नहीं है, ये तो अंतराल यानि पॉज़ होता है। ये किसी भाषा विशेष की बात नहीं, एक पंक्चुएशन चिह्न होता है। असल में कुरान एक अरबी शब्द होता है। ये कुर्+आन से तो बनता है, किन्तु इसके बीच में अरबी उच्चारण (जो कि इसका सही उच्चारण कहा जायेगा) में एक अंतराल दिया जाता है। ये मैं अपने कुछ मुस्लिम परिचितों के अनुसार बता रहा हूं। हर शब्द का हिन्दीकरण नहीं कर सकते हैं, किन्तु प्रयास करना चाहिये कि अधिकतम शब्दों का हिन्दीकरण किया जा सके। किन्तु ये शब्द तो प्रॉपर नाउन है, जो यथासंभव सही उच्चरित और लिखित होना चाहिये। कम से कम मानक शब्दकोषों और विश्वकोषों में। अंग्रेज़ी लेख में प्रथम वाक्य में दिया भी गया है, कि कभी कभार लियान्तरण कर कुरान भी कहा जाता है। ये इसलिए कि साधारण लोग इसे सरलतम नां ही उच्चारित करना चाहेंगे।
इस बारे में एकदम यही नाम संबंधी चर्चा अंग्रेज़ी के वार्ता पृष्ठ पर Why Qur'an and not Koran? पर भी पढ़ी जा सकती है। वहीं पता चला है कि ये अपॉस्ट्रॉफि है, न कि कोई मात्रा।--आशीष भटनागर  वार्ता  ०८:३५, ६ नवंबर २००९ (UTC)
आशीष जी, यह बात सिद्धान्तत: सही है कि किसी शब्द का दूसरी भाषा में उच्चारण यथासम्भव उस शब्द के मूलभाषा में उच्चारण के निकटतम् होना चाहिये। किन्तु इसके लिये अपनी लिपि की सीमा में ही काम किया जाता है। मेरा अनुमान है कि ९९.९९% हिन्दीभाषी यहाँ प्रयुक्त चिंह से अपरिचित हैं। किसी को पता नहीं कि इस 'अपॉस्ट्रॉफि' का हिन्दी में क्या अभिप्राय है। (कोई मात्रा है, विराम चिन्ह है, या कुछ और)। रही बात निकटतम् उच्चारण की, तो 'अन्तरराष्ट्रीय ध्वन्यात्मक लिपि' भी १००% शुद्ध उच्चारण की गारंटी नहीं दे सकता। इसलिये मेरा भी विचार यही है कि देवनागरी लिपि की सीमा में रहते हुए एवं अन्तरराष्ट्रीय व्यवहार (रीति) का ध्यान रखते हुए इसे हिन्दी में कुरान ही लिखना चाहिये। -- अनुनाद सिंहवार्ता ११:१४, ६ नवंबर २००९ (UTC)
भले ही - चिन्ह, शब्दकोषों जॅसे हिन्दी शब्द गलत लिखते रहो पर कुरान को सही लिखने की कसरत करते रहो ---- वाह ! वाह !! --122.162.55.224 ११:२२, ६ नवंबर २००९ (UTC)

लेख फिर से लिखने की तजवीज़ संपादित करें

सदस्यों से अनुरोध है कि, यह पृष्ट सही तौर पर तरतीब वार नहीं है। इस लिए मैं चाहता हूँ कि इस लेख को नए सिरे से लिखूँ, ख़ास तौर से अंग्रेज़ी पृष्ट का अनुवाद करूं। किसी सदस्य को कुछ एतेराज़ हो तो बतादें। अह्मद निसार (वार्ता) 05:27, 3 मई 2018 (UTC)उत्तर दें

क़ुरआन साँचा में आवरण चित्र सही नहीं संपादित करें

 
कूरआन शब्द ग्राफिक

साँचा में आवरण का जो चित्र लगाया है वो क़ुरआन की सूरे फातिहा के शब्द हैं, क़ुरआन का आवरण नहीं है।

ये चित्र लगाया जाए तो बहतर है

M. Umar kairanvi 19:32, 26 अप्रैल 2020 (UTC)

वह्य शब्द को नीला वापस करने की अपील संपादित करें

श्रीमान संजीव कुमार जी
कुरआन पर वह्य शब्द को वैसा [वही|वह्य] ही रखते हुए उसे संबंधित वही से जोड़ा, नीला किया।आपने हटा दिया। सीखने के लिए जानना चाहता हूँ इसमें क्या त्रुटि या नियम विरुद्ध हुआ?

विकि पृष्ठ वही मैं ने लिखा, उधर से पाठकों के लिए जानकारी

विवरण: वही अरबी शब्द को उर्दू में भी "वही" लिखा जाता है, हिंदी में वही, वह्य और वह़्यी भी लिखते हैं। 

विकि नियम से वो एकाकी उर्दू में यतीम पृष्ठ है, उसे कहीं प्रयोग करके एकाकी को दूर किया जाता है। इस लिए इधर एकाकीपन दूर किया।

आशा करता हूँ आप मेरी बात पर विचार करेंगे।

M. Umar kairanvi 03:19, 10 अगस्त 2020 (UTC)

कुरान के लेख अल्लाह है संपादित करें

मोहम्मद के ऊपर उतर गया है क्युकी मोहम्मद अल्लाह के आखिरी नबी ज 2401:4900:234E:2995:1:1:94FE:A251 (वार्ता) 05:09, 29 मई 2022 (UTC)उत्तर दें

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