यह पृष्ठ कॉफ़ी लेख के सुधार पर चर्चा करने के लिए वार्ता पन्ना है। यदि आप अपने संदेश पर जल्दी सबका ध्यान चाहते हैं, तो यहाँ संदेश लिखने के बाद चौपाल पर भी सूचना छोड़ दें।

लेखन संबंधी नीतियाँ

अरबी:कहवा संपादित करें

काफ़ी को अरबी में कहवा नहीं कहते हैं। कहवाKahwa एक अन्य पेय है, जो कि बिना दूध के ही बनता है। यह एक कश्मीरी और अफ़गानी पेय है। इसको काफ़ी से मात्र इस संदर्भ में जोड़ा जा सकता है, कि दोनों गर्म पेय हैं, जबकि काफ़ी सूखे बीजों के चूरे से बनती है, वहीं कहवा सूखी तत्तियों को उबालने से तैयार होता है। उसमें केसर, बादाम इत्यादि भी पड़ते हैं। कहीं बहुत पीछे जाएं तो शायद काफ़ी शब्द का मूल काहवात शब्द से मिले जो कि कहवा शब्द का उद्गम है। अतएव इसे (अरबी:कहवा) लिखना अनुचित होगा।--आशीष भटनागरसंदेश १८:१२, २१ मार्च २००९ (UTC)

कुछ सूत्रों से ज्ञात हुआ, कि अरब में काफ़ी का समानार्थक शब्द कहवा ही है। अतएव, इस लेख में उसे कहवा कहना सही होगा। तो उपरोक्त को रखा जा सकता है।--आशीष भटनागरसंदेश ०५:०६, २२ मार्च २००९ (UTC)
पृष्ठ "कॉफ़ी" पर वापस जाएँ।