बहुलवाद:- बहुलवाद का अर्थ संप्रभुता का विरोधी दृष्टिकोण है इसके अनुसार संप्रभुता निरंकुश नहीं है और न ही इसे विभाजित किया जा सकता है।

बहुलवादी विचारधारा समाज के संघात्मक स्वरूप में विश्वास करती है।

इस सिद्धांत का विकास एच. जे. लास्की,  अर्नेट बास्कर,  मिस फॉलेट,  आदि ने किया है।

आसिफ मंसूरी

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