यह पृष्ठ भर लेख के सुधार पर चर्चा करने के लिए वार्ता पन्ना है। यदि आप अपने संदेश पर जल्दी सबका ध्यान चाहते हैं, तो यहाँ संदेश लिखने के बाद चौपाल पर भी सूचना छोड़ दें।

लेखन संबंधी नीतियाँ

यह पासी जाति उपजातियों में से एक है भर , पासी एक क्षत्रिय जाति समूह है। यह उत्तर भारत में निवास करते है

राजभर संपादित करें

@Mahensingha: बिल्कुल यही सामग्री और सन्दर्भ से लेख राजभर में बना हुआ है। जहाँ तक मुझे जानकारी है जाति का मूल नाम भर ही है। तो राजभर को भर पर पुनः निर्देशित किया जाना चाहिए।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 06:19, 30 जनवरी 2018 (UTC)उत्तर दें

@हिंदुस्थान वासी: महोदय मैं सहमत हूँ, पुनः निर्देशन कर दिया जाए।--महेन सिंहा (वार्ता) 17:19, 23 फ़रवरी 2018 (UTC)उत्तर दें
@हिंदुस्थान वासी: महोदय, आप "भरों" के पीछे क्यों पड़े हुए हो...कहीं आप भी इनकी शाखाओं/ सामंतों में से एक तो नहीं हो..(जैसे गहरवार,परमार,चंदेल.परिहार,बैस,नागवंशी,भदौरिया,पलवार,मोनास आदि..)

राजभर एक प्राचीन क्षत्रिय जाति भारशिव नागवंशी है।जिसके इष्ट देव भगवान शिव हैं। Singh Chanchal 7172 (वार्ता) 19:20, 5 सितंबर 2021 (UTC)उत्तर दें

ये राजभर गोंड की उप जाति है भर जाति पासी की उपजाती है जो संविधान में संदर्भित है

सुदेश पासी (वार्ता) 17:38, 29 दिसम्बर 2021 (UTC)उत्तर दें

भर कौन सी जात में आते है संपादित करें

भर पासी जाति की उपजाती है पासी एक छत्रीय जाति समुदाय है महराजा शोहेलदेव के वंश ही आज पासी जाति से जाने जाते है सुदेश पासी (वार्ता) 17:36, 29 दिसम्बर 2021 (UTC)उत्तर दें

राजभर संपादित करें

महोदय राजभर का भर से कोई संबंध नही है राजभर एक गोंद जाति की उपजाती है और भर पासी जाति की उपजाती है संविधान में साफ तौर पर लिखा गया है भर पासी की जानकारी को सही तरह से दी जाए धन्यवाद सुदेश पासी (वार्ता) 17:42, 29 दिसम्बर 2021 (UTC)उत्तर दें

पृष्ठ "भर" पर वापस जाएँ।