वार्ता:भूगोलवेत्ता
भूगोलवेत्ताओं के नाम संकलन में विसंगति देखने को मिल रही है। भारत में भौगोलिक चिंतन की परंपरा नहीं रही है। अतः भारतीय भूगोलविद् के नाम महान् भौगोलिक विचारकों के साथ तर्कसंगत नहीं लग रहे हैं। उदाहरण के लिए माज़िद हुसैन की दोनों ही पुस्तकें पाठ्य-पुस्तक हैं।
भूगोलवेत्ताओं के नाम
संपादित करेंजानकर अच्छा लगा कि आपकी भूगोल में रूची हैं । किन्तु आपने अपना नाम नही बताया नाही कोई ह्स्ताक्षर छोडा हैं । बहरहाल जहां जक कि भूगोलवेत्ता की बात है तो वह एक श्रेणी (श्रेणी:भूगोलवेत्ता) हैं जिसमें हमने देशो के अनुसार भूगोलवेत्ता प्रमुख भूगोलवेत्तओ का संग्रह किया हैं । वर्तमान भारतीय भूगोलवेत्ताओं मे माजिद हुसैन, मोहम्म्द शफी, रामलोचन सिंह,गुरुदेवसिंह गोशाल, मोनिस रज़ा प्रमुख हैं (या जिनको जिनको आपने पढ़ा हैं ) जिनपर आप आगे काम कर सकते हैं | आपकी बात कि भारत में भौगोलिक चिंतन की परंपरा नहीं रही है, सच नही हैं । जिस प्रकार युनान, रोम आदि विश्व के अनेक भागों में भूगोल को खगोल शास्त्र, गणीत इतिहास, समाजवाद, धर्म आदि पक्षों में ही संयुक्त समझ पढ़ा गया उसी प्रकार भारत मे भी चिरकाल से ही भुगोल का चिंतन प्रारम्भ हो गया था | मेरा आपसे विनम्र अनुरोध हि कि आप स्वंय जानने की कोशिश करें कि भारत मे भूगोल चिंतन की क्या स्थिति थी आप इन विषयों पर जानकारी ले, और जानकारी हिन्दी विकिपीडिया मे दे --राजीवमास ०६:२७, १६ अक्टूबर २००७ (UTC)