यह गांव बीकानेर से १५ मील दक्षिण में है। यहां पर एक कीर्तिस्तंभ है, जिसपर पैंतीस पंक्तियों का एक महत्वपूर्ण लेख है। इससे पाया जाता है कि जंगलकूप के स्वामी शंखुकुल के कुमारसिंह की पुत्री जैसलमेर के राजा कर्ण की स्री दूलह देवी ने यहां १३२४ ई० में एक तालाब खुदवाया था।