उत्तराखंड क्षेत्र में केदानाथ से पांच कि.मी. दूर 2,584 मीटर की ऊंचाई पर वासुकीताल स्थित है। निर्मल जल से युक्त यह बड़ी मनोरम झील है। पर्वत श्रृंखला के प्रतिबिम्ब वासुकीताल में देखकर मन अह्लादित हो उठता है। इसे गांधी सरोवर भी कहा जाता है, क्योंकि गांधी जी की अस्थियां यहीं विसर्जित की गई थीं। इसे चौरवाड़ी झील भी कहा जाता है। इससे मन्दाकिनी नदी निकलती है। वासुकीताल से थोड़ा पहले उत्तर की ओर दिखाई देने वाले शिखर हैं- केदारनाथ, केदार डॉम शिवलिंग, भगीरथ, मेकवल सागर और भृगु जन। इस मार्ग पर 15,000 फुट की ऊंचाई तक सात झीलें और मिलती हैं लेकिन वासुकीताल इनमें प्रमुख है। गंगा के उतार पर कई झीलें मिलती हैं।.