विंग चुन
विंग चुन, कुंग फू के लोकप्रिय शैलियों में से एक है, विंग चुन एक तर्कपूर्ण, आध्यात्मिक, वैज्ञानिक तौर तरीको पर आधारित मार्शल आर्ट की साधारण प्रणाली है, जिसके निरंतर अभ्यास से तंदुरुस्ती और आत्मरक्षा दोनों की प्राप्ति होती है, विंग चुन कुंग फु के सभी तकनीक सीधा, सरल और प्राकृतिक रूप में होने के कारण ईसे इस्तेमाल करना आशान होता है !
इतिहास
संपादित करेंविद्वानों के मतानुसार विंग चुन मार्शल आर्ट की स्थापना चीन में लगभग सन १६०० - १७०० के बिच में एनजी मुई नामक बौद्ध नन द्वारा हुई, एनजी मुई उस समय के पांच विख्यात कुशल योद्धाओ में से एक थी, सन १७०० से १८०० के बिच एनजी मुई ने यिम विंग चुन को शिष्य के रूप में स्वीकार कर प्रशिक्षण प्रदान किया ! यिम विंग चुन के कठिन अभ्यास और मंथन ने ईस शैली को नया रूप प्रदान किया, कुछ समय के ऊपरांत यिम विंग चुन की शादी लुंग बोक चौ से हुई, शादी के बाद यिम विंग चुन ने अपने पत्ति को ईस शैली तथा कलात्मक ज्ञान से अवगत कराया (सिखाया)! लुंग बोक चौ ने लुंग लान कवाई को तथा लुंग लान कवाई ने वोंग वाह बो को सिखाया (इतिहासकरो के अनुसार ओपेरा ट्रोप "रेड जंक" में कार्यरत) इसी दौरान वोंग वाह बो की मुलाकात लुंग यी ताई से हुए, लुंग यी ताई ६.५ पोल (लाठी) की तकनीक में माहिर थे, इन दोने ने अपनी - अपनी शैलीयो का आदान प्रदान किया ! तथा विंग चुन शैली में पोल के तकनीकओ को जोड़ा गया, संभवतः बटर फ्लाई नाइफ भी रेड जंक के समय के आसपास शुरू की गई ! लुंग यी ताई फुशान-चीन के डॉ॰ लुंग जन को विंग चुन प्रणाली सिखाया, लुंग जन अपने दो बेटों लुंग चुन और लुंग बिक के साथ - साथ चान वाह शुन को भी विंग चुन सिखाया और चान वाह शुन, लुंग बिक इन दोनों से यिप मन ने विंग चुन नामक मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण प्राप्त किया !, कुंग फू के लोकप्रिय शैलियों में से एक है, विद्वानों के मतानुसार विंग चुन मार्शल आर्ट की स्थापना चीन में लगभग सन १६०० - १७०० के बिच में एनजी मुई नामक बौद्ध नन द्वारा हुई, एनजी मुई उस समय के पांच विख्यात कुशल योद्धाओ में से एक थी, सन १७०० से १८०० के बिच एनजी मुई ने यिम विंग चुन को शिष्य के रूप में स्वीकार कर प्रशिक्षण प्रदान किया ! यिम विंग चुन के कठिन अभ्यास और मंथन ने ईस शैली को नया रूप प्रदान किया, कुछ समय के ऊपरांत यिम विंग चुन की शादी लुंग बोक चौ से हुई, शादी के बाद यिम विंग चुन ने अपने पत्ति को ईस शैली तथा कलात्मक ज्ञान से अवगत कराया (सिखाया)! लुंग बोक चौ ने लुंग लान कवाई को तथा लुंग लान कवाई ने वोंग वाह बो को सिखाया (इतिहासकरो के अनुसार ओपेरा ट्रोप "रेड जंक" में कार्यरत) इसी दौरान वोंग वाह बो की मुलाकात लुंग यी ताई से हुए, लुंग यी ताई ६.५ पोल (लाठी) की तकनीक में माहिर थे, इन दोने ने अपनी - अपनी शैलीयो का आदान प्रदान किया ! तथा विंग चुन शैली में पोल के तकनीकओ को जोड़ा गया, संभवतः बटर फ्लाई नाइफ भी रेड जंक के समय के आसपास शुरू की गई ! लुंग यी ताई फुशान-चीन के डॉ॰ लुंग जन को विंग चुन प्रणाली सिखाया, लुंग जन अपने दो बेटों लुंग चुन और लुंग बिक के साथ - साथ चान वाह शुन को भी विंग चुन सिखाया और चान वाह शुन, लुंग बिक इन दोनों से यिप मन ने विंग चुन नामक मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण प्राप्त किया !
यिप मन का जन्म 1 अक्टूबर १८९३ को तथा मृत्तु २ दिसम्बर १९७२ को हुआ ! यिप मन को चीनी मार्शल आर्ट से बहुत ही लगाव था ! उन्होंने लगभग १३ साल के उम्र से विंग चुन कुंग फु का अभ्यास प्रारंभ किया ! अपनी उच्य शिक्षा प्राप्त करने के लिए हौंग कौंग गए ! तथा उन्होंने पुलिस की नौकरी प्राप्त की ! 1967 में, आईपी मैन और उनके छात्रों ने हांगकांग विंग चुन एथलेटिक एसोसिएशन की स्थापना की और विंग चुन कुंग फु को आम लोगो तक पहुचाया, सन १९७२ में यिप मन को कैंसर के बीमारी से पीड़ित हो गए ! कारण वस २ दिसम्बर १९७२ को उनकी मृत्तु हो गई ! यिप मन ने विंग चुन मार्शल आर्ट को कई विख्यात लोगो को सिखाया, जैसे ब्रूसली !
विंग चुन प्रशिक्षण
संपादित करेंविंग चुन का प्रशिक्षण बहुत ही आशन और वैज्ञानिक तौर तरीको पर आधारित है, ईस युद्ध कला में ६ फॉर्म का समावेश है, जिसमे से ३ का प्रदर्शन खली हाथ किया जाता है, जिसे सिउ लिम ताऊ, चूम किउ और बिऊ जी के नाम से जाना जाता है, इसके बाद १ dummy (लकड़ी का मानव रूपी साचा) फॉर्म और २ हथियारों का समावेश है, जिसे हम लाठी (६.५ पोल) और चाकू (बटर फ्लाई नाइफ) के नाम से जानते है, ईस शैली में ची साऊ का महत्व पूर्ण स्थान है !
विंग चुन का चीन से भारत तक हा सफ़र
संपादित करेंभारत (इंडिया) में विंग चुन कुंग फु का आरंभ लगभग १९८० के दौरान हुआ ! जिसमे ४ विंग चुन कुंग फु के प्रमाणित स्कूलों का समावेश है!
सामुएल कौक विंग चुन मार्शल आर्ट असोसिएशन
संपादित करेंसीफू चैतन्य नाईक और सीफू सोनू कुमार गिरि द्वारा भारत में चलित संस्था है, जिसके अद्याक्ष सामुएल कौक है, सामुएल कौक ने ईस कला को विख्यात विंग चुन गुरु यिप मन के दोनों बेटे से प्राप्त किया!
विंग चुन कुंग फु मार्शल आर्ट अकैडमी
संपादित करेंसीफू सोनू कुमार गिरि ने विंग चुन कुंग फु मार्शल आर्ट अकैडमी की स्थापना की ! तथा भारत सरकार से पंजीकृत करवाया, यह अकैडमी कुंग फु के कई अन्य समाजसेवी संस्थाओ से जुडी है, सीफू सोनू कुमार गिरि सामुएल कौक विंग चुन मार्शल आर्ट असोसिएशन से प्रमाणित है ! ईस स्कूल से कुछ अन्य लोकप्रिय सीफू नागेश शर्मा, दारा आर सिंह, आलोक दुबे, विकास चांदने इत्यादी!
इंडियन विंग त्सुन अकैडमी
संपादित करेंइंडियन विंग त्सुन अकैडमी सीफू नरेश कृष्ण द्वारा शुरू किया! सीफू नरेश कृष्ण ने डॉन ग्रोसे से प्रशिक्षण प्राप्त किये !
यो लं कुंग फु स्कूल
संपादित करेंसीफू के पि नटराज द्वारा ईस स्कूल का निर्माण किया गया ! के पि नटराज सम हिंग फी चैन से प्रमाणित है ! अन्य लोकप्रिय सीफू संतोष कुमार, जाया चंद्रन, स्रीमों, इत्यादी!
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