विकलांग श्रद्धा का दौर
हरिशंकर परसाई द्वारा रचित एक व्यंग्य
विकलांग श्रद्धा का दौर हिन्दी के विख्यात साहित्यकार हरिशंकर परसाई द्वारा रचित एक व्यंग्य है जिसके लिये उन्हें सन् 1982 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]
विकलांग श्रद्धा का दौर | |
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[[चित्र:|]] विकलांग श्रद्धा का दौर | |
लेखक | हरिशंकर परसाई |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
विषय | साहित्य |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.
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