हिंदी ऊर्दू के बीच भाषायी समझ की रुकावटों का प्रयास संपादित करें

ज्यादातर उत्तर भारतीय हिंदी भाषा और लिपि की समझ रखते हैं। परन्तु अगर बात उर्दू की करें तो यह अब काफी हद तक मुस्लिमों तक ही सीमित रह गई है, और अधिकांश ग़ैरमुस्लिम इसके लाजबाब भाषा/ संवाद से अपरिचित है। क्यों ना आप लोग उर्दू साहित्य को आसान आम बोलचाल की भाषा में लोगों को उपलब्ध कराएं??!! ऐसा ही प्रयास प्राचीन अन्य भारतीय भाषाओं के संबंध में किया जा सकता है। @ कबीर Kabeerseth1994 (वार्ता) 05:15, 17 मई 2019 (UTC)उत्तर दें

परियोजना पृष्ठ "विकिपरियोजना इस्लाम/सदस्यता" पर वापस जाएँ