विक्रम पण्डित

भारत में जन्मे अमेरिकी बैंकर

विक्रम शंकर पण्डित (जन्म १४ जनवरी १९५७, नागपुर में) की गिनती विश्व के प्रतिष्ठित बैंकरों में होती है। दिसंबर 2007 से अक्टूबर 2012 तक विश्व की सबसे बड़ी बैंकिंग कंपनियों में से एक, सिटीग्रुप के मुखिया रहे। 2008 में अमेरिका के बैंकिंग सैक्टर पर आए भीषण संकट से, जिसमें लेहमैन ब्रदर्स सहित कई सौ बैंक दिवालिया हो गए, सिटीग्रुप को बचा ले जाने का श्रेय उन्हीं को दिया जाता है।

विक्रम पण्डित

वर्ल्ड इकॉनॉमिक फोरम, 2011 में भाग लेते हुए विक्रम पण्डित
जन्म विक्रम शंकर पण्डित
14 जनवरी 1957 (1957-01-14) (आयु 67)[1]
नागपुर, महाराष्ट्र, भारत[2]
आवास न्यूयॉर्क
राष्ट्रीयता अमेरिकन
शिक्षा की जगह कोलम्बिया विश्वविद्यालय, BS, MS, MBA,PhD
पेशा बैंकर
कार्यकाल 1983–वर्तमान
पदवी पूर्व सीईओ सिटीग्रुप
बोर्ड सदस्यता कोलम्बिया विश्वविद्यालय
Columbia Business School
Indian School of Business
धर्म हिन्दू
जीवनसाथी स्वाति[3]
बच्चे राहुल, माया[3]

सम्प्रति वे संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहते हैं।

विक्रम पण्डित को सन २००८ में भारत सरकार द्वारा उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था।


  1. "Vikram Pandit: A Profile". 21 मार्च 2011. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2012.[मृत कड़ियाँ]
  2. "Profile- Vikram Pandit". Bloomberg Businessweek. 18 दिसम्बर 2007. मूल से 25 दिसंबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2012.
  3. "Published in PortfolioProfile: Vikram Pandit". मूल से 10 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2012.