विजय मर्चेंट
विजय सिंह माधवजी मर्चेंट, असली नाम विजय माधव ठाकरसे (12 अक्टूबर 1911 - 27 अक्टूबर 1987) भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी थे। वह दाएं हाथ के बल्लेबाज और कभी-कभी दाएं हाथ से मध्यम गति की गेंदबाज करते थे। विजय ने बॉम्बे क्रिकेट टीम के साथ-साथ 1929 और 1951 के बीच भारत के लिए 10 टेस्ट मैच खेलें। उनके सीमित टेस्ट मैचों के अलावा उन्होंने भारतीय घरेलू क्रिकेट पर अपना दबदबा बनाये रखा। उनकी 71.64 की बल्लेबाजी औसत इतिहास में डॉन ब्रैडमैन के बाद दूसरी सबसे ज्यादा प्रथम श्रेणी औसत है।
घरेलू क्रिकेट
संपादित करेंविजय का जन्म 1911 में बम्बई के एक अमीर परिवार में हुआ था। घरेलू क्रिकेट में उनकी लगातार कामयाबी के कारण उन्हें बॉम्बे जिमखाना में भारत की राष्ट्रीय टीम का मेहमान अंग्रेज टीम के खिलाफ होने वाले मैच में खेलने के लिए बुलाया गया। यह भारतीय मिट्टी में खेला जाने वाला पहला टेस्ट भी था।
अंतर्राष्ट्रीय कैरियर
संपादित करेंविजय का टेस्ट करियर 18 साल का रहा, लेकिन इस दौरान उन्होंने केवल दस टेस्ट मैच खेलें।[1] उनके करियर के कुछ सबसे अच्छे साल दूसरे विश्व युद्ध के कारण बेकार चले गये। उस वक्त कोई भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला गया था। खराब स्वास्थ्य के कारण वह ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के दौरे पर भी जाने से चूक गए थे। हालांकि, विजय ने इंग्लैंड में इंग्लैंड के खिलाफ अपने आखिरी टेस्ट मैच में 154 रन बनाए। यह उनका सर्वोच्च टेस्ट स्कोर भी था। उस मैच में क्षेत्ररक्षण करते समय कंधे में लगी चोट ने उन्हें संन्यास लेने के लिए मजबूर कर दिया। विजय के टेस्ट करियर के सभी दस मैच इंग्लैंड के खिलाफ थे।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "आज ही पैदा हुआ था भारत का पहला धाकड़ बल्लेबाज जिसने कभी नहीं जीता मैच". मूल से 21 जून 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 जून 2019.