विमला डांग
भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता
विमला डांग (1926–2009) एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता थी, जिन्हें डांग स्कूल ऑफ़ पॉलिटिक्स के प्रस्ताव के लिए जाना जाता है, जो कि कथित तौर पर ईमानदारी और ईमानदारी के मूल्यों का पालन करने वाली राजनीति की एक धारा है।[1] वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की नेता और अमृतसर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली पंजाब विधानसभा की सदस्य थीं।[2] भारत सरकार ने उन्हें 1991 में चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया। पंजाब में 1970 के दशक और 80 के दशक के पंजाब विद्रोह के दौरान शहीद हुए लोगों की संतानों को शिक्षा प्रदान करने का काम इस्तरी सभा और पंजाब इस्त्रि सभा रिलीफ ट्रस्ट संगठनों ने संभाला।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Communist legend". Frontline. 12 July 2013. मूल से 30 दिसंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 October 2015.
- ↑ "Tribute: Vimla Dang". Mainstream. XLVII (22). May 2009. मूल से 25 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 फ़रवरी 2019.