विरजानन्द दण्डीश
महर्षि दयानंद सरस्वती के गुरु महर्षि विरजानंद दंडी का जन्म पंजाब प्रांत में जालंधर जिले के गंगापुर(करतारपुर) नामक गांव में प० नारायण दत्त जी के यहाँ हुआ था। पांच वर्ष की आयु में शीतला रोग के कारण उनकी दोनो आँखो की दृष्टि चली गई थी। तथा बारह वर्ष की आयु में ही वह माता-पिता की छत्र छाया से वंचित हो गये ।