विलियम कैम्लर
विलियम फ्रांसिस कैम्लर, (9 मई 1860 - 6 अगस्त 1890) बुफैलो, न्यूयॉर्क का एक सजायाफ्ता हत्यारा था और दुनिया का पहला व्यक्ति था जिसे बिजली की कुर्सी का उपयोग कर मृत्युदंड दिया गया था।
विलियम कैम्लर | |
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जन्म |
09 मई 1860 फिलाडेल्फिया, पेनसिल्वेनिया |
मृत्यु |
अगस्त 6, 1890 ऑबर्न कारागार, ऑबर्न, न्यूयॉर्क | (उम्र 30 वर्ष)
दोषसिद्धि | हत्या |
सज़ा | बिजली द्वारा मृत्युदंड |
स्थिति | मृत |
व्यवसाय | व्यापारी |
जीवनसाथी | टिली ज़िग्लर (हमसफर) |
लूथेरन धर्म से संबंधित विलियम कैम्लर का जन्म फिलाडेल्फिया, पेनसिल्वेनिया संयुक्त राज्य अमेरिका, में हुआ था। उसके माता पिता दोनों जर्मनी से आये आव्रजक थे और दोनों शराबी थे। इसकी माता की मृत्यु बहुतअधिक शराब पीने और पिता की मृत्यु शराब पीने के बाद हुये एक झगडे में लगी चोट से हुये संक्रमण के कारण हो गयी थी।
कैम्लर ने अपनी पत्नी टिली ज़िग्लर की हत्या 29 मार्च 1889 को कुल्हाड़ी से काट कर दी थी और जिसके लिए उसे न्यूयॉर्क के ऑबर्न कारागार में विद्युतधारा द्वारा मौत की सजा सुनाई गयी थी। कैम्लर के वकीलों ने अपील की, कि बिजली द्वारा मृत्युदंड एक क्रूर और असामान्य सज़ा थी। जॉर्ज वेस्टिंगहाउस, जो कि प्रत्यावर्ती धारा को विद्युत पारेषण का मानक रूप बनाने के पक्षधर थे ने उसकी इस अपील का समर्थन किया। कैम्लर की यह अपील विफल रही, क्योंकि कुछ हद तक थॉमस अल्वा एडीसन जो कि विद्युतापूर्ति को दिष्ट धारा के द्वारा पारेषित किये जाने के समर्थक थे, ने उसकी अपील का विरोध किया था। ऐसा माना जाता है कि एडीसन, बिजली की कुर्सी के प्रचार के द्वारा आम जनता तक यह संदेश पहुंचाना चाहते थे कि, प्रत्यावर्ती धारा का उपयोग खतरनाक है।