विविधता- विविधता का अर्थ है अलग-अलग प्रकार के धर्म , बोली, भाषा और समाज। जैसे:- भारत एक विविधता वादी राष्ट्र है अर्थात यहां विभिन्न प्रकार की बोलियाँ, भाषाएँ और सभ्यतायें एवं अनेक धर्म और जातियां मिलती हैं। धर्म-लिंग-योन अभिवृत्ति, सामाजिक आर्थिक स्थिति, शारीरिक क्षमता और धार्मिक मान्यताओं आदि को व्यक्तिगत मतभेदों के द्वारा पहचाना जा सकता है। गरशेल

के अनुसार-विविधता का अर्थ योग्यता, लिंग, जाति, प्रजाति, भाषा, चिंतन स्तर, विकलांगता, व्यवहार और धर्म से संबंधित होता है।"

इनके अलावा मनुष्य की सामाजिक, सांस्कृतिक एवं भूगौलिक स्थिति भी विविधता की मुख्य कारक हैं।