8 फ़रवरी 2022
18 जनवरी 2022
5 जुलाई 2021
13 अप्रैल 2021
5 दिसम्बर 2020
5 मई 2020
2 मई 2020
2 अप्रैल 2020
3 मार्च 2020
3 सितंबर 2019
23 अगस्त 2019
सफाई
−1
2405:204:33ab:3b9b:c89:ab50:9085:a951 के परिवर्तनों को वापस लिया (2409:4052:2117:557a:7d7:943:7905:b795) के संस्करण के लिए।
+31
→परिचय: Picture
−31
2 जनवरी 2019
18 नवम्बर 2018
2402:3A80:B62:E68:0:70:22BB:4801 (Talk) के संपादनों को हटाकर Raju Jangid के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
छो+103
सम्पादन सारांश नहीं है
−103
15 अक्टूबर 2018
2405:204:95AF:385:0:0:1BE9:B1 (Talk) के संपादनों को हटाकर चक्रबोट के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
छो+103
यह कहीं भी नही लिखा गया है कि अप्सराएं पूर्णतः नग्न अवस्था मे होतीं है। उलट महाभारत में ऐसा वर्णन है , की गंगा का पल्लू सरकने भर से उन्हें श्राप दे दिया गया था । तथा स्वर्ग लोक में अप्सराएं कलाकार होतीं हैं , वे एक नृत्य प्रस्तुत कर्ता होते है । कई पुराणों में अप्सराओं को अधिक सम्मान दिया गया है । भारतीय शास्त्रों में स्त्री को निर्णय लेने के अधिकार के साथ सम्मान तथा स्त्रियों के द्वारा ही बनाये गए आदर्श दिखाई देते है।
−103