2 जनवरी 2023
Hunnjazal
सम्पादन सारांश नहीं है
−21
Hunnjazal
सम्पादन सारांश नहीं है
+86
Hunnjazal
→पहलगाम से अमरनाथ
+37
Hunnjazal
→अमरनाथ यात्रा
+19
Hunnjazal
→अमरनाथ यात्रा
+24
Hunnjazal
→पहलगाम से अमरनाथ
+1
Hunnjazal
सम्पादन सारांश नहीं है
+37
Hunnjazal
→पहलगाम से अमरनाथ
Hunnjazal
सम्पादन सारांश नहीं है
−103
Hunnjazal
सम्पादन सारांश नहीं है
Hunnjazal
→सन्दर्भ
+138
22 नवम्बर 2021
23 जून 2021
23 मार्च 2021
रोहित साव27
Thehindudharma (Talk) के संपादनों को हटाकर रोहित साव27 के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
छो+99
Thehindudharma
सम्पादन सारांश नहीं है
−99
22 मार्च 2021
रोहित साव27
Thehindudharma (Talk) के संपादनों को हटाकर रोहित साव27 के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
छो+99
Thehindudharma
सम्पादन सारांश नहीं है
−99
20 मार्च 2021
रोहित साव27
Thehindudharma (Talk) के संपादनों को हटाकर रोहित साव27 के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
छो+98
Thehindudharma
→बाह्यसूत्र
−98
16 मार्च 2021
रोहित साव27
Thehindudharma (Talk) के संपादनों को हटाकर रोहित साव27 के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
छो−220
Thehindudharma
→बाह्यसूत्र
+220
24 जनवरी 2021
रोहित साव27
Pari Vaishy (Talk) के संपादनों को हटाकर InternetArchiveBot के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
छो+1,133
Pari Vaishy
→कथा: शंकर जब पार्वती को अमर कथा सुनाने ले जा रहे थे,तो उन्होंने छोटे-छोटे अनंत नागों को अनंतनाग में छोड़ा, माथे के चंदन को चंदनबाड़ी में उतारा, अन्य पिस्सुओं को पिस्सू टॉप पर और गले के शेषनाग को शेषनाग नामक स्थल पर छोड़ा था। ये तमाम स्थल अब भी अमरनाथ यात्रा में आते हैं। अमरनाथ गुफा में शंकर जी ने पार्वती को अमर कथा सुनाई ।
−1,133