करण सिंह द्वितीय: अवतरण इतिहास

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26 मई 2022

25 मई 2022

31 दिसम्बर 2020

  • सद्यपिछला 21:4221:42, 31 दिसम्बर 2020रोहित साव27 वार्ता योगदानछो 589 बाइट्स −2,645 Deepakjnv (Talk) के संपादनों को हटाकर EatchaBot के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया पूर्ववत करें टैग: वापस लिया
  • सद्यपिछला 15:0115:01, 31 दिसम्बर 2020Deepakjnv वार्ता योगदान 3,234 बाइट्स +2,484 करणसिंह मेवाड़ के राणा अमर सिंह का पुत्र और राणा प्रताप सिंह का पौत्र था। 1614 ई. में राणा अमर सिंह मुग़लों के अधीन हो गया और उसने तथा उसके पुत्र करणसिंह ने बादशाह जहाँगीर का आधिपत्य स्वीकार कर लिया। जहाँगीर मेवाड़ विजय पर गर्व से फूला न समाया और उसने करणसिंह तथा उसके पिता की मूर्तियाँ आगरा के महल में स्थापित कीं। जहाँगीर की अधीनता स्वीकार करने के बाद राणा अमर सिंह ने करणसिंह को मुग़ल दरबार में भेजा। मुग़ल दरबार में करणसिंह का शानदार स्वागत किया गया। जहाँगीर ने अपनी गद्दी से उठकर उसे अपनी बाँ... पूर्ववत करें टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • सद्यपिछला 14:5814:58, 31 दिसम्बर 2020Deepakjnv वार्ता योगदान 750 बाइट्स +161 कर्ण सिंह ने सुख महल, कर्ण विलास, पिछोला झील का निर्माण करवाया पूर्ववत करें टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन

29 फ़रवरी 2020

3 फ़रवरी 2020

11 अगस्त 2019

18 जनवरी 2019

11 जनवरी 2019

21 सितंबर 2018

20 सितंबर 2018

29 अगस्त 2018

25 अगस्त 2018

  • सद्यपिछला 17:5417:54, 25 अगस्त 2018SHasHankTIwari835 वार्ता योगदान 2,716 बाइट्स +9 No edit summary पूर्ववत करें टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • सद्यपिछला 17:5317:53, 25 अगस्त 2018SHasHankTIwari835 वार्ता योगदान 2,707 बाइट्स +4 करणसिंह मेवाड़ के राणा अमर सिंह का पुत्र और राणा प्रताप सिंह का पौत्र था। 1614 ई. में राणा अमर सिंह मुग़लों के अधीन हो गया और उसने तथा उसके पुत्र करणसिंह ने बादशाह जहाँगीर का आधिपत्य स्वीकार कर लिया। जहाँगीर मेवाड़ विजय पर गर्व से फूला न समाया और उसने करणसिंह तथा उसके पिता की मूर्तियाँ आगरा के महल में स्थापित कीं। जहाँगीर की अधीनता स्वीकार करने के बाद राणा अमर सिंह ने करणसिंह को मुग़ल दरबार में भेजा। मुग़ल दरबार में करणसिंह का शानदार स्वागत किया गया। जहाँगीर ने अपनी गद्दी से उठकर उसे अपनी बा... पूर्ववत करें टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • सद्यपिछला 17:5117:51, 25 अगस्त 2018SHasHankTIwari835 वार्ता योगदान 2,703 बाइट्स +2,495 करणसिंह मेवाड़ के राणा अमर सिंह का पुत्र और राणा प्रताप सिंह का पौत्र था। 1614 ई. में राणा अमर सिंह मुग़लों के अधीन हो गया और उसने तथा उसके पुत्र करणसिंह ने बादशाह जहाँगीर का आधिपत्य स्वीकार कर लिया। जहाँगीर मेवाड़ विजय पर गर्व से फूला न समाया और उसने करणसिंह तथा उसके पिता की मूर्तियाँ आगरा के महल में स्थापित कीं। जहाँगीर की अधीनता स्वीकार करने के बाद राणा अमर सिंह ने करणसिंह को मुग़ल दरबार में भेजा। मुग़ल दरबार में करणसिंह का शानदार स्वागत किया गया। जहाँगीर ने अपनी गद्दी से उठकर उसे अपनी बाँ... पूर्ववत करें टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन

4 जनवरी 2017

23 जून 2014

31 जनवरी 2007