30 अगस्त 2020
29 अगस्त 2020
106.76.72.127 (Talk) के संपादनों को हटाकर EatchaBot के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
छो−76
→इन्हें भी देखे: गोंडी भी धर्म है जो प्राचीन से है जब भारत में कोई धर्म नहीं था इस धर्म को आदिवासी जनजाति मानती है
+76
12 मार्च 2020
10 जुलाई 2019
2405:204:850D:1C67:7ADC:61FB:780C:3156 (वार्ता) द्वारा किए बदलाव 4245271 को पूर्ववत किया (mobileUndo)
−8
→इन्हें भी देखे: Petha
+8
24 फ़रवरी 2019
23 फ़रवरी 2019
1 नवम्बर 2018
पंथ -> धर्म
छो+4
संजीव कुमार ने पंथ ग्रन्थ पृष्ठ धर्म ग्रंथ पर स्थानांतरित किया
छो+64
106.193.192.20 (Talk) के संपादनों को हटाकर हिंदुस्थान वासी के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
छो−64
29 अक्टूबर 2018
28 अक्टूबर 2018
→इन्हें भी देखे
+15
→पारसी पंथग्रन्थ
−1
सम्पादन सारांश नहीं है
+146
नया पृष्ठ: '''पंथग्रंथ ''' किसी भी पंथ,मजहब अथवा सम्प्रदाय का मुख्य साहित्य (...
−73
→इन्हें भी देखे: छोटा सा सुधार किया।
+2
→इन्हें भी देखे: छोटा सा सुधार किया।
−111
→जैन ग्रंथ: छोटा सा सुधार किया।
+77
28 मई 2018
2405:205:5100:D99E:959C:98A8:88A9:6383 (Talk) के संपादनों को हटाकर 2405:205:1101:B2BC:281D:99FF:FEC4:6310 के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
छो−6,653
शिव
−10
शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीनी जागरण ओर सम्पूर्ण वि
+6,663
6 मई 2018
18 जुलाई 2016
9 जनवरी 2016
9 दिसम्बर 2015
HotCat द्वारा -श्र:धर्मग्रन्थ; +श्र:धर्म ग्रंथ
−2
सम्पादन सारांश नहीं है
+121
जैन ने धर्मग्रन्थ पृष्ठ धर्म ग्रंथ पर स्थानांतरित किया: उचित नाम
छोसम्पादन सारांश नहीं है
+22
इन्हें भी देखें
छो+85