120.59.151.248
→कात्यायनाचार्य कृत वाजसनेयि प्रतिशाख्य
10:01
संजीव कुमार
202.41.10.5 (Talk) के संपादनों को हटाकर Sanjeev bot के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
17:51
−28
202.41.10.5
→प्रातिशाख्यों की परंपरा में ह्रास
13:53
+28
Sanjeev bot
बॉट: अनावश्यक अल्पविराम (,) हटाया।
02:28
−1
बॉट: लाघव चिह्न (॰) का उचित प्रयोग।
23:57
+4
Orbot1
Bot: अंगराग परिवर्तन
15:25
+19
अनुनाद सिंह
नया पृष्ठ: '''प्रातिशाख्य''' शब्द का अर्थ है : 'प्रति' अर्थात् तत्तत् 'शाखा' से...
04:57
+16,507