15 जून 2020
31 मई 2020
21 मई 2020
11 मई 2020
सम्पादन सारांश नहीं है
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सम्पादन सारांश नहीं है
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अजमेर सिंह रंधावा (Talk) के संपादनों को हटाकर EatchaBot के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
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सम्पादन सारांश नहीं है
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9 मई 2020
→मंत्र
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सम्पादन सारांश नहीं है
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अकाल पुरख या परमात्मा जिसे हम सिख वाहेगुरु के नाम से भी उच्चारित करते हैं, छवि रहित है! ना ही इसकी कोई छवि कभी थी, न ही होगी! सनातन छवि कह क्र इसे एक रूप देने की मिथ्या कोशिश की जा रही है जबकि सिख धर्म में ईश्वर को सर्व-व्यापक माना जाता है जो घट-घट में विराजमान है! गुरु ग्रन्थ साहिब जी में यह मूल मंत्र कुल ३३ बार आया है! सिख धर्म के प्रसिद्द लिखारी भाई गुरदास जी, जिन्होंने अपने कर कमलों से से धन धन गुरु ग्रन्थ साहिब को लिखा, अपनी वार ३९ में मूल मंत्र की व्याख्या करते हुए लिखते हैं कि, 'इक ओं...
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15 मार्च 2020
12 नवम्बर 2019
2 अप्रैल 2013
14 मार्च 2013
17 फ़रवरी 2013
8 फ़रवरी 2013
10 दिसम्बर 2012
17 नवम्बर 2012
→सन्दर्भ
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→मन्त्र
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