26 अप्रैल 2022
2 अप्रैल 2022
18 मार्च 2022
jai shiv shankar
+38
शिवपुराण का अब सारे जगत में प्रसार है भक्त जन महाशिवरात्रि के दिन इसका भक्तिपूर्वक गान करते है और भगवान शिव की आराधना करते है|
+69
9 मार्च 2022
8 मार्च 2022
3 मार्च 2022
1 मार्च 2022
27 फ़रवरी 2022
22 फ़रवरी 2022
20 फ़रवरी 2022
2 अक्टूबर 2021
2401:4900:46AD:E49F:8FA5:7979:ECD1:19FD (Talk) के संपादनों को हटाकर रोहित साव27 के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
छो−186
महाकाल का भक्त गडरिया
+61
शिव शंकर के वंशज गडरिया थे |
+125
16 जून 2021
117.207.32.34 (Talk) के संपादनों को हटाकर रोहित साव27 के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
छो−592
धर्हिम[16/6, 10:50] Shashank deshpande: *शिव जगाचे माता-पिता, महालक्ष्मीचे रूप शिव-महादेव म्हणून ते शिव- महदेव समोर् श्री लावत नाही.*जग मनुची सातवी पिढी ईश्वाकू सूर्य वंशिय हिंदू,ईसाई,ज्यु, मुसोलिनी (मुस्लिम) ख्रिस्ती,शिख, बौद्ध, नवबौद्ध व इतर हे श्री स्वामी समर्थ यांचय वड या हिंदचे वृक्षांचे पाने, फुले, फांद्या व मुळ पुरूष मनु. वृक्षाचा मुळ श्री स्वामी. आपण विविध प्रकारच्या शाखा* *त्यामुळे आज पूर्ण जग हे एकच वसुधैव्य कुटुमबकम म्हणजे प्रत्यक्ष शिव व महाल्लक्षमी, (तिनं देव-देवी) एकच अलग अलग नाही
+592
11 मार्च 2021
2409:4055:715:3C43:AEE:911A:22DE:6F42 (Talk) के संपादनों को हटाकर Hasley के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
छो−2
→कथा एवं विस्तार
+2
26 जनवरी 2021
30 दिसम्बर 2020
3 अगस्त 2020
Suyash.dwivedi के अवतरण 4634936पर वापस ले जाया गया : - (ट्विंकल)
−1,203
InternetArchiveBot के अवतरण 4798840पर वापस ले जाया गया : - (ट्विंकल)
−75
4 जुलाई 2020
Rescuing 1 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.1
+43
→कथा एवं विस्तार: yeha pr shiv puran ki ek kahani daali gayi hai jo 51 shakti pitho pr adaharit hai. is kahani ko bahut hi vistar se bataya gaya hai aur vibhadra avavtar ke baare main thodi si jankari di gayi hai.
छो+32
15 जून 2020
4 मई 2020
15 अप्रैल 2020
26 मार्च 2020
सन्दर्भ जोड़े/सुधारे गये
+234
वर्तनी/व्याकरण सुधार
+2
सन्दर्भ जोड़े/सुधारे गये
+315
सन्दर्भ जोड़े/सुधारे गये
+3
लेख का विस्तार किया गया
+422
चित्रदीर्घा सन्दर्भ जोड़े/सुधारे गये
+446
Ramuramji (वार्ता) द्वारा सम्पादित संस्करण 4615414 पर पूर्ववत किया। (ट्विंकल)
+4
→कथा एवं विस्तार
−3
→कथा एवं विस्तार
−1