अग्गञ्ञ सुत्त, दीर्घ निकाय का २७वाँ सुत्त है। इसमें महात्मा बुद्ध द्वारा भारद्वाज और वसेत्थ नामक दो ब्राह्मणों को उपदेश दिया गया है जो अपना परिवार और अपना वर्ण त्यागकर भिक्षु बनने के लिये आये थे।

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