अमजद फ़रीद साबरी (1970-2016) एक पाकिस्तानी सूफ़ी क़व्वाल थे। ईशनिंदा के इलज़ामात पर पाकिस्तनी तालिबान ने उनको क़त्ल कर दिया।[1]

अमजद साबरी

जीवनी संपादित करें

अमजद फ़रीद साबरी का जन्म 23 दिसंबर 1976 में ग़ुलाम फ़रीद साबरी के घर कराची में हुआ था। साबरी सूफ़ीवाद के समर्थक थे और क़व्वाली गाने के वास्ते वे पूरे भारतीय उपमाद्वीप में मशहूर थे। वे अपने पिता और चाचे द्वारा लिखीं कविताएँ भी गाते थे। उनके परिवार अविभाजित भारत के रोहतक से ताल्लुक़ रखते है। पिता गुलाम फ़रीद साबरी का जन्म 1930 में रोहतक में हुए। भारत विभाजन के बाद इनके परिवार पाकिस्तान के कराची में मुंतक़िल हो गया।[2]

पेशा संपादित करें

अपने परिवार की परंपरा को क़ायम रखते हुए अमजद फ़रीद साबरी ने भी ख़ूब नाम कमाया हुए।

क़त्ल संपादित करें

अमजद फ़रीद साबरी को 22 जून 2016 में कराची में क़त्ल कर दिया था।[1][2]

संदर्भ और बाहरी कड़ियाँ संपादित करें

  1. "सूफी गायक अमजद साबरी की हत्या से पाकिस्तान स्तब्ध, सड़कों पर उतरे लोग - News18India.com". मूल से 21 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जून 2017.
  2. "क़व्वाल अमजद साबरी की गोली मार कर हत्या - BBC हिंदी". मूल से 25 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जून 2017.