अरुण या अरुणासुर एक दैत्य था जो महर्षि कश्यप का दिति के गर्भ से उत्पन्न पुत्र था। वह हयग्रीवासुर , हिरणकशिपु , हिरण्याक्ष , रक्तबीज , धूम्रलोचन और होलिका का बड़ा भाई और वज्रांगासुर का छोटा भाई था। उसका वध माता पार्वती ने भ्रामरी रूप में किया था। स्वर्ग में अरुण देवताओं की पत्नी के सतीत्व को नष्ट करना चाहता था। देवताओं द्वारा माता पार्वती की स्तुति करने पर माता ने भ्रामरी रूप में अरुण तथा उसकी समस्त सेना का संहार कर दिया।