अर्ग (अंग्रेज़ी: Erg, अरबी: عرق) ऐसे चौड़े और चपटे रेगिस्तानी क्षेत्र को कहते हैं जो हवा से उड़ाई जाने वाली रेत से ढका हुआ हो और जहाँ वृक्ष-पौधे बहुत कम हों या बिलकुल ही न हों।[1] भूगोल में अर्ग की कड़ी परिभाषा है कि यह १२५ वर्ग किमी से बड़ा क्षेत्र होना चाहिए जिसमें २०% से अधिक धरती रेत से ढकी हो और हवा से रेत बड़ी मात्रा में उड़ती हो।[2] विश्व के सबसे बड़े रेगिस्तान सहारा मरूस्थल में कई सारे अर्ग हैं, जिनमें से चेच अर्ग (Chech Erg) और अल्जीरिया का इसाऊवान अर्ग (Issaouane Erg) दो जाने-माने अर्ग हैं। पृथ्वी की लगभग ८५% हिलने वाले रेत ३२,००० वर्ग किमी से बड़े क्षेत्रफल की अर्गों में सम्मिलित है।[3] पृथ्वी के अलावा अर्ग हमारे सौर मंडल के और भी ग्रहों-उपग्रहों पर मिले हैं, जिनमें शुक्र, मंगल और शनि का चन्द्रमा टाइटन शामिल हैं।

अल्जीरिया के इसाऊवान अर्ग की अंतरिक्ष से खींची गई तस्वीर

इन्हें भी देखें संपादित करें

  • रेगिस्तान। इर्ग शब्द सहारा की सब्दावली है तुर्किस्तान में इसको कॉर्डम भी कहते है

राजस्थान के पश्चिमी हिस्से जसलमेर में भीं इर्ग पाए जाते है

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Issaouane Erg, Algeria Archived 2006-10-01 at the वेबैक मशीन, NASA Earth Observatory, Accessed 2006-05-18
  2. Interpreting Pre-Quaternary Climate from the Geologic Record, Judith Totman Parrish, Columbia University Press, Page 166, 2001, ISBN 978-0-231-10207-0
  3. Geomorphology in deserts, Andrew Warren, Ronald U. Cooke, University of California Press, Page 322, 1973, ISBN 978-0-520-02280-5