पृथ्वी से देखने पर चंद्रमा में एक दोलन या कम्पन प्रतीत होता है जिसे चंद्र खगोल विज्ञान में आभासी चंद्र दोलन (अंग्रेजी:Lunar Libration) कहा जाता है । इसके कारण पृथ्वी का दर्शक अलग-अलग समय पर चन्द्रमा की सतह के थोड़े से अलग गोलार्द्धों को देखता है । चन्द्रमा की दूरी में परिवर्तन के कारण भी चंद्रमा के आभासी आकार इसी प्रकार के बदलाव दिखाई देतें हैं ।

एक एक घंटे के अंतराल पर वर्ष २०१९ में पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध से दिखाई दे रहे चंद्र कला और आभासी चंद्र दोलन
Over one lunar month more than half of the Moon's surface can be seen from the surface of the Earth.
एक महीने में चंद्र कला का बदलाव और आभासी चंद्र दोलन को दिखते हुए चंद्रमा के कृत्रिम दृश्य ।
आभासी दोलन के कारण दिखाई देने वाली चंद्र सतह (हरे रंग में) की सैद्धांतिक सीमा, बिना आभासी दोलन के दृश्यमान चंद्र सतह की सीमा (पीले रंग में) की तुलना में।


सन्दर्भ संपादित करें

  • J. Derral Mulholland, Eric C. Silverberg (1972). "Measurement of Physical Librations Using Laser Retroreflectors". Earth, Moon, and Planets. 4 (1–2): 155–159. डीओआइ:10.1007/BF00562923. बिबकोड:1972Moon....4..155M.
  • Moore, Sir Patrick (2003). Philip's Atlas of the Universe. Foreword by Sir Arnold Wolfendale. Philip's. OCLC 51966591. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-540-08707-5.