इट्रियम एक रासायनिक तत्व है। यह एक चाँदी-जैसे रंग की संक्रमण धातु है जिसके गुण लैन्थनाइड समूह से मिलते-जुलते होने के कारण इसे भी कभी-कभी उसी दुर्लभ मृदा तत्व (rare earth element) समूह का भाग माना जाता है। प्रकृति में भी इट्रियम हमेशा उन्हीं के साथ खनिजों में पाया जाता है। यह प्रकृति में कभी भी शुद्ध रूप में नहीं मिलता। इट्रियम को फ़ोस्फ़र (phosphor) बनाने के काम में लाया जाता है, विशेषकर कैथोड किरण नलिका (सी आर टी) और प्रकाश उत्सर्जक डायोड (एल ई डी) में डलने वाले लाल फ़ोस्फ़र के लिये।[1] इट्रियम के यौगिक मानव-शरीर के लिये हानिकारक होते हैं और उनसे शारीरिक सम्पर्क से श्वसन तंत्र के रोग हो जाते हैं।[2]

इट्रियम / Yttrium
रासायनिक तत्व
रासायनिक चिन्ह: Y
परमाणु संख्या: 39
रासायनिक शृंखला: संक्रमण धातु

आवर्त सारणी में स्थिति
अन्य भाषाओं में नाम: Yttrium (अंग्रेज़ी), Иттрий (रूसी), イットリウム (जापानी)

नामोत्पत्ति संपादित करें

सन् १७८७ में स्वीडी रसायनशास्त्री कार्ल अरेनियस को स्वीडन के एक इयुत्तरबी (Ytterby) नामक गाँव के पास एक नया खनिज मिला जिसका नाम उन्होंने गाँव के ऊपर 'इट्टरबाइट' रखा। १७८९ में फ़िन्नी रासायनशास्त्री योहान गैडोलिन (जिनके नाम पर आगे चलकर गैडोलिनियम नामक तत्त्व का नाम रखा गया) ने इस खनिज नमूने से इट्रियम ऑक्साइड प्राप्त किया और इस रासायनिक यौगिक का नाम 'इट्रिया' रखा गया। १८२८ में जर्मन रासायनशास्त्री फ़्रीडरिख़ वोहलर ने सर्वप्रथम शुद्ध इट्रियम तत्त्व प्राप्त किया।[3]

चित्र संपादित करें

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Cotton, Simon A. (2006-03-15). "Scandium, Yttrium & the Lanthanides: Inorganic & Coordination Chemistry". Encyclopedia of Inorganic Chemistry. doi:10.1002/0470862106.ia211. ISBN 0-470-86078-2.
  2. OSHA contributors (2007-01-11). "Occupational Safety and Health Guideline for Yttrium and Compounds". United States Occupational Safety and Health Administration. Retrieved 2008-08-03. (public domain text)
  3. CRC contributors (2007–2008). "Yttrium". In Lide, David R. CRC Handbook of Chemistry and Physics 4. New York: CRC Press. p. 41. ISBN 978-0-8493-0488-0.