इन्दुलाल याज्ञिक

भारतीय राजनीतिज्ञ

इंदुलाल कन्हैयालाल याज्ञिक (22 फरवरी 1892 - 17 जुलाई 1972) एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी एवं किसान नेता थे। वे अखिल भारतीय किसान सभा के नेता थे और उन्होंने महागुजरात आन्दोलन का नेतृत्व किया था। [1] उन्हें इंदु चाचा के नाम से भी जाना जाता है। [1] [2] वह एक लेखक और फिल्म निर्माता भी थे। [2] इन्दुलाल याज्ञिक ही मैडम भीकाजी कामा द्वारा फहराए गए भारतीय तिरंगे झंडे को चोरी छिपे जर्मनी से भारत लाये थे।

इन्दुलाल याज्ञिक

इन्दुलाल याज्ञिक की स्मृति में १९९९ में जारी डाक टिकट
जन्म 22 फ़रवरी 1892
नडियाद, खेड़ा, गुजरात
मौत 17 जुलाई 1972(1972-07-17) (उम्र 80)
अहमदाबाद
उपनाम इन्दुचाचा
शिक्षा बी ए , एलएलबी
शिक्षा की जगह गुजरात कॉलेज , अहमदाबाद; सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई
पेशा स्वतंत्रता सेनानी, राजनेता, लेखक, सम्पादक, फिल्म निर्माता
कार्यकाल 1915–1972
संगठन बॉम्बे समाचार
प्रसिद्धि का कारण महागुजरात आन्दोलन का नेतृत्व
माता-पिता कन्हैयालाल याज्ञिक
उल्लेखनीय कार्य आत्मकथा (गुजराती: આત્મકથા)

वे 1957 में तत्कालीन बॉम्बे राज्य में अहमदाबाद निर्वाचन क्षेत्र से द्वितीय लोक सभा के लिए चुने गए थे। पुनः 1962-1972 तक उसी निर्वाचन क्षेत्र से तीसरी, चौथी और पांचवीं लोकसभा के लिए चुने गए। [3]

प्रारंभिक जीवन (1892-1915) संपादित करें

इन्दुलाल याज्ञिक का जन्म गुजरात के खेड़ा जिले के नडियाद के झगड़िया पोल में हुआ था। [4] पढ़ाई के दौरान ही उनके पिता कनैयालाल का देहान्त हो गया था। उन्होने अपनी प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा नडियाद में

पूरी की और 1906 में मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने अहमदाबाद के गुजरात कॉलेज में प्रवेश लिया। इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज, बॉम्बे में प्रवेश लिया और वहां से बीए की परीक्षा पास की। 1912 में उन्होंने एलएलबी की परीक्षा पास की। [3]

कृतियाँ संपादित करें

Books संपादित करें

 
अहमदाबाद के एक उद्यान में इन्दुलाल याज्ञिक की प्रतिमा
  • गुजराती में छः भागों में रचित उनकी आत्मकथा (गुजराती: આત્મકથા) उनकी सबसे महत्वपूर्ण कृति है। [2][5][6]
    • जीवन विकास
    • गुजरात मा नवजीवन
    • कारावास
    • जीवन संग्राम
    • किसान कथा
    • छेल्ला वाहें (Last streams)
  • यरोदा आश्रम :1923–24 ना गाँधीजी ना कारावास ना संसमरणो (1952) [5]
  • पीर-ई-साबरमती (उर्दू), 1943[6]
  • Shyamaji Krishnavarma: life and times of an Indian revolutionary, 1950[6]
  • Fight for Swadeshi, 1954[6]
  • रणछोड़दास भवान लोटवाला नी जीवन झरमरा (रणछोड़दास भवान लोटवाला की जीवनकथा), 1952[6]
  • "माया" नामक उपन्यास में जिसकी रचना महागुजरात आन्दोलन की पृष्ठभूमि में किया गया था। इस पर वे एक हिन्दी फिल्म बनाना चाहते थे। [7]
  • जाहेर जीवन ना साथी[5]

प्रकाशन संपादित करें

यंग इंडिया, "नवजीवन अणे सत्य", और "युगधर्म" सहित कई पत्रिकाओं एवं मुंबई समाचार, नूतन गुजरात, द बॉम्बे क्रोनिकल और हिन्दुस्तान आदि समाचार पत्रों को उन्होने आरम्भ किया या प्रकाशन किया।

नाटक संपादित करें

  • आशा-निराशाबारदोली सत्याग्रह आन्दोलन पर निर्मित नाटक[6]
  • रणसंग्राम – तीन नाटकों का संग्रह[5]
  • शोभारामानी सरदारी[5]
  • वाराघोदो : जाग्रत स्त्रीत्व नू नाटक – नारीवाद पर एक नाटक[5]

काव्य संपादित करें

  • राष्ट्रगीत – राश्ःत्रभक्तिपूर्ण गीतों का संग्रह[5]

लघु टिप्पणियाँ संपादित करें

  • "A Programme of Swadeshi for Complete Swaraj", 1967[5]
  • "Agrarian Disturbances in India"[5]

फिल्में संपादित करें

"यंग इंडिया पिचर्स" नामक उनकी कम्पनी ने गुजराती में दस से अधिक फिल्में बनायी। [2][8] Some of them are:

  • पावागढ नू पाटण (1928)
  • कली नो आयेक्को
  • काश्मीर नू गुलाब
  • यंग इंडिया
  • रख्पत रख्पत

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Vashi, Ashish (29 एप्रिल 2010). "Lifting Indu Chacha to higher pedestal". द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया. मूल से 9 मार्च 2012 को पुरालेखित.
  2. Vashi, Ashish (24 जून 2011). "Reprint of Indulal Yagnik's autobiography set for release". द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया. मूल से 3 जनवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 नवम्बर 2012.
  3. Chakrabarty, Bidyut (1990). Subhas Chandra Bose and middle class radicalism: a study in Indian nationalism 1928–1940. London: I. B. Tauris. पृ॰ 178. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 1-85043-149-3. सन्दर्भ त्रुटि: <ref> अमान्य टैग है; "ch" नाम कई बार विभिन्न सामग्रियों में परिभाषित हो चुका है
  4. Chavda, Hitesh (22 फ़रवरी 2013). "Birthplace of architect of Gujarat in shambles". अभिगमन तिथि 4 सितम्बर 2014.
  5. "Google books Author search". books.google.com.
  6. "Google books Author search". books.google.com.
  7. Vashi, Ashish (27 एप्रिल 2010). "Midnight's Children saw golden dawn". द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया. मूल से 3 जनवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 नवम्बर 2012.
  8. K. Moti Gokulsing; Wimal Dissanayake (2013). Routledge Handbook of Indian Cinemas. Routledge. पृ॰ 89. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-136-77284-9.