एलेक्ट्रॉन पुंज वेल्डन

[[चित्र:]] एलेक्ट्रॉन पुंज वेल्डन या एलेक्ट्रान बीम वेल्डिंग (Electron beam welding (EBW)) वेल्डन की विधि है जिसमें उच्च उर्जा (या उच्च वेग) के एलेक्ट्रान का उपयोग किया जाता है। यह एक फ्यूजन वेल्डन प्रक्रिया है। जब एलेक्ट्रान पुंज जोड़ के आसपास के पदार्थों पर गिरता है तो उसकी गतिज उर्जा उष्मा में बदलकर पदार्थों को पिघला देती है और इसके ठंडा होने पर दोनो वस्तुएँ जुड़ जाती हैं। इससे प्राप्त वेल्ड उच्च गुणवत्ता का होता है।

इलेक्ट्रॉन पुंज द्वारा वेल्डिंग करने वाली मशीन का योजनामूलक चित्र

यह वेल्डन प्रायः निर्वात में किया जाता है ताकि एलेक्ट्रान बीम का डिस्पर्शन (dispersion) न हो। इस प्रक्रिया का विकास जर्मनी के भौतिकशास्त्री कार्ल हेंज स्टीगरवाल्ड (Karl-Heinz Steigerwald) ने किया था जो उस समय एलेक्ट्रान बीम के भिन्न-भिन्न अनुप्रयोगों पर ही काम कर रहे थे। उनके द्वारा विकसित इलेक्ट्रान बीम वेल्डिंग मशीन सन् १९५८ में कार्य करना आरम्भ की थी।

इलेक्ट्रॉन पुंज से वेल्डिंग करने वाली एक आधुनिक मशीन