कशाभिका (flagellum) कुछ जीवाणु (बैक्टीरिया) और सुकेन्द्रिक कोशिकाओं में कोशिका शरीर से बाहर निकलती हुई एक चाबुक-जैसी परिशिष्ट (अपेनडेज) होती है। इसका मुख्य प्रयोग गमन के लिए होता है लेकिन अक्सर यह इन्द्रीय के रूप में प्रयोग होने वाला कोशिकांग भी होता है, जिस से जीव कोशिका के बाहर के तापमानरासायनिक परिस्थितियों का बोध कर सकता है।[1][2][3][4] आर्किया में भी इस से मिलता हुआ एक ढांचा होता है लेकिन उसे आर्कियेलम (archaellum) कहा जाता है।[5]

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
  2. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
  3. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
  4. Jarrell K, संपा॰ (2009). Pili and Flagella: Current Research and Future Trends. Caister Academic Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-904455-48-6.
  5. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर