सुमनसान्तक १३वीं शताब्दी में रचित काकविन महाकाव्य है जिसकी रचना मोनगुण (Mpu Monaguṇa) ने किया था। यह कालिदास के सुप्रसिद्ध संस्कृत महाकाव्य रघुवंश पर आधारित है। इसमें अज और इन्दुमती की कथा का वर्णन है। इसमें ११०० से अधिक छन्द हैं।

'सुमनसान्तक' का अर्थ है 'सुमनस' नामक पुष्प से जिसका अन्त हो,। इस महाकाव्य में इन्दुमती का अन्त इसी पुष्प से होता है।

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