काष्ठीय पौधा (woody plant) ऐसा पौधा होता है जो अपना ढांचा बनाने के लिए लकड़ी (काष्ठ) का प्रयोग करता है। काष्ठीय पौधे आमतौर पर वृक्ष, क्षुप या लिआना होते हैं। साधारणतः यह बहुवर्षीय पौधे होते हैं जिनके तने व जड़ें अन्य पौधों की तुलना में लकड़ी द्वारा अधिक मज़बूत बने हुए होते हैं। अक्सर इनके मुख्य तनों, बड़ी टहनियों व जड़ों के ऊपर छाल लगी हुई होती है। काष्ठ एक कोशिकीय अनुकूलन है जिसकी मदद से काष्ठीय वनस्पति लगातार वर्ष-के-बाद-वर्ष में खड़े रह सकते हैं और उगते जा सकते हैं। इस कारणवश विश्व के सबसे बड़े वनस्पति काष्ठीय वृक्ष ही होते हैं।[1][2]

गुलमेंहदी के तने का एक कटाव, जिसमें काष्ठीय ढांचा देखा जा सकता है

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Chase, Mark W. (2004). "Monocot relationships: an overview". Am. J. Bot. 91 (10): 1645–1655. doi:10.3732/ajb.91.10.1645. PMID 21652314.
  2. Stearn, William T. (1992) [1966]. Botanical Latin (Fourth ed.). Portland: Timber Press. ISBN 0881923214.