खटमल (वैज्ञानिक नाम: Cimex lectularius) परजीवी कीट है जो खून पर जिंदा रहता है। इसकी आम प्रजाति मनुष्य के रक्त पर भोजन करती है। यह घर में विशेषकर बिस्तर के पास रहते हैं। ये लाल-भूरे रंग के होते हैं और पाँच चरणों में अपना जीवनकाल पूरा करते हैं। हर चरण में इन्हें इंसान का खून चाहिए होता है। एक मादा खटमल अपने पूरे जीवनकाल में दो सौ से चार सौ अंडे देती है। खटमल गंदगी में पनपते हैं और यदि बहुत दिनों तक बिस्तर को धूप नहीं दिखाया जाए या सीलन हो जाए तो ये पनप जाते हैं। इनके काटने से खुजली होती है और लाल चकत्ते नजर आते हैं।[1]

वयस्क खटमल

खटमल 5 मिलिमीटर के होते हैं और इनके काटने से बीमारियाँ होती हैं। लेकिन खुजली काफी ज्यादा होती है। 1950 के दशक तक इनका खात्मा दुनिया की कई जगहों से ओ गया था। यह सफलता कृत्रिम कार्बनिक यौगिक से बने कीटनाशकों के चलते थी। लेकिन खटमल ने अब कई तौर पर प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर ली है। इनसे बचाव का सबसे अच्छा तरिका बिस्तर, सोफा, वगैरह को धूप दिखाना ही है।[2][3]

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "क्या हर रात आपके बिस्तर पर भी कोई रेंगता है...?". आज तक. 2 जून 2016. मूल से 30 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 अप्रैल 2018.
  2. "खटमलों को खत्म करने का मिलेगा नुस्खा". डॉयचे वेले. 8 फरवरी 2016. मूल से 31 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 अप्रैल 2018.
  3. "अब ज़हर से नहीं डरते हैं खटमल". बीबीसी हिन्दी. 26 मार्च 2013. मूल से 25 दिसंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 अप्रैल 2018.