गोपाल राय

सामाजिक कार्यकर्ता

गोपाल राय आम आदमी पार्टी के एक सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता हैं। वह आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों में से एक है। गोपाल राय का जन्म 10 मइ 1975 को ग्राम गोबरीडीह, निकट सिपाह इब्राहिमाबाद बाजार, थाना मधुबन, जिला मऊ (उ.प्र.) में एक किसान परिवार में हुआ। आपने गृह जनपद से ही प्रारंभिक शिक्षा, प्राइमरी पाठशाला गोबरीडीह, मीडिल शिक्षा, किसान लघु माध्यमिक विद्यालय मुरारपुर, हार्इस्कूल व इंटरमीडिएट की शिक्षा, तरुण इंटर कालेज कुंडा कुचार्इ से प्राप्त की।[1]


18 जनवरी 1999 को इनको गर्दन में गोली मारी गयी। गोली रीढ़ की हडडी आकर फंस गयी। वह जिंदा तो बचे मगर गर्दन के नीचे का हिस्सा पूरी तरह निष्क्रिय हो गया।[उद्धरण चाहिए]लखनऊ मेडिकल कालेज में महीनों चले इलाज के पश्चात सुधार की धीमी गति को देखकर डाक्टरों ने इन्हें घर लेजाकर एक्सरसाइज कराने की सलाह दी। इन्होंने 9 अगस्त 2009 से 23 अगस्त 2009 तक तीसरा स्वाधीनता आंदोलन के बैनर तले संसद भवन के पास दिल्ली में जंतर-मंतर पर 15 दिनों तक अनशन किया। इसके पश्चात भ्रष्टाचार-मुक्त भारत के लिये प्रारम्भ हुए जन लोकपाल आन्दोलन में सक्रिय। ट्विट्टर हैंडल @AapKaGopalRai

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 14 जून 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 नवंबर 2014.