चान्द्र-सौर पञ्चाङ्ग (lunisolar calendar) उन पंचांगों को कहते हैं जिसकी तिथियाँ चन्द्रमा की कला भी दर्शातीं हैं और सौर वर्ष का समय भी। चान्द्रसौर पंचांग का उपयोग कई संस्कृतियों में होता है जिसमें हिन्दू पञ्चाङ्ग और जैन पंचांग प्रमुख है।