ज़माना दीवाना

1995 की रमेश सिप्पी की फ़िल्म
(जमाना दीवाना से अनुप्रेषित)

ज़माना दीवाना 1995 में बनी हिन्दी भाषा की हास्य प्रेमकहानी फिल्म है। इसको जी॰ पी॰ सिप्पी ने निर्मित किया और रमेश सिप्पी ने इसका निर्देशन किया। शाहरुख खान और रवीना टंडन मुख्य भूमिका में हैं और जीतेन्द्र और शत्रुघ्न सिन्हा क्रमशः उनके पिता बने हैं। नदीम-श्रवण द्वारा संगीत रचित है। यह फिल्म असफल रही थी और रमेश सिप्पी की अंतिम निर्देशित फ़िल्म है।[1]

ज़माना दीवाना

ज़माना दीवाना का पोस्टर
निर्देशक रमेश सिप्पी
लेखक रोबिन भट्ट
जावेद सिद्दीकी
निर्माता जी॰ पी॰ सिप्पी
अभिनेता शाहरुख़ ख़ान,
रवीना टंडन,
जितेन्द्र,
शत्रुघन सिन्हा,
अनुपम खेर
संगीतकार नदीम श्रवण
प्रदर्शन तिथि
28 जुलाई 1995
देश भारत
भाषा हिन्दी

संक्षेप संपादित करें

सुंदर (टीनू आनंद) की दुष्ट चालों का शिकार होने से पहले सूरज (शत्रुघ्न सिन्हा) और लाला (जीतेन्द्र) अच्छे दोस्त थे। अब लाला का मानना है कि उसकी पत्नी मर चुकी है और सूरज इसके लिए जिम्मेदार है। वे कट्टर दुश्मन बन जाते हैं और गिरोह युद्धों के माध्यम से शहर में अराजकता पैदा करते हैं। सहायक पुलिस आयुक्त (प्रेम चोपड़ा) के पास 2 आपराधिक मनोवैज्ञानिक, केडी (अनुपम खेर) और शालिनी (किरन जुनेजा) है। वह लाला की सुंदर और सुरुचिपूर्ण बेटी प्रिया (रवीना टंडन) को सूरज के जीवंत और उत्साही पुत्र राहुल (शाहरुख खान) के करीब लाने की साजिश बुनते हैं, ताकि दोनों पक्षों को एक साथ लाने की उम्मीद की जा सके।

मुख्य कलाकार संपादित करें

संगीत संपादित करें

सभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत नदीम-श्रवण द्वारा रचित।

क्र॰शीर्षकगायकअवधि
1."ज़माना दीवाना हो गया"विनोद राठौड़, सपना मुखर्जी6:54
2."अब है नींद किसे"कुमार सानु, अलका याज्ञनिक6:46
3."फॉर एवर एन एवर"कुमार सानु, अलका याज्ञनिक6:47
4."ओ रब्बा"उदित नारायण, सपना अवस्थी8:07
5."ज़माने को अब तक"अभिजीत, अलका याज्ञनिक5:56
6."सोच लिया मैंने"विनोद राठौड़, अलका याज्ञनिक6:52
7."फॉर एवर एन एवर" (उदासीन)अलका याज्ञनिक, कुमार सानु2:18
8."रोक सके तो रोक"विनोद राठौड़5:55
9."पैरोडी"अलीशा चिनॉय, बाली ब्रह्मभट्ट6:05

सन्दर्भ संपादित करें

  1. ताम्रकर, समय. "रमेश सिप्पी : फिर भड़के शोले". वेबदुनिया. अभिगमन तिथि 5 अगस्त 2018.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें