जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज

जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज को दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना से पहले ही अस्तित्‍व में होने का गौरव प्राप्‍त है। समस्‍त भारत की सबसे पुरानी यह शिक्षण संस्‍था स्‍वयं में तीन सौ सालों का इतिहास संजोए हैं। 18वीं सदी के अंतिम वर्षों में यह कॉलेज मदरसा गाजिउद्दीन के नाम से जाना जाता था, तथा इसे साहित्‍य, कला एवं विज्ञान के प्राच्‍य कॉलेज के रूप में ख्‍याति प्राप्‍त थी। बाद में यह एंग्लो अरेबिक कॉलेज के रूप में जाना गया और 1824 में इसे दिल्‍ली कॉलेज का नाम दिया गया। अगले 150 सालों तक, यानि 1975 तक यह दिल्‍ली कॉलेज के नाम से ही प्रसिद्ध रहा। भारत के भूतपूर्व राष्‍ट्रपति एवं महान शिक्षाविद् डॉ॰ जाकिर हुसैन की महत भूमिका का सम्‍मान करते हुए 1975 में कॉलेज का नामकरण उन्‍हीं के नाम पर किया गया। कॉलेज के इतिहास से जुडाव को प्रतिध्वनित करने के उद्देश्य से कॉलेज का नाम बदलकर अब ".जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज " कर दिया गया है