डाइइथाइल इथर एक कार्बनिक यौगिक है।

विशव में सर्वप्रथम 1846 ई० में डाई एथिल ईथर का प्रयोग विलियम मोरटन के द्वारा मूर्छित (बेहोशी) के रूप में किया गया था ।