तद्भव (पत्रिका)

तत्सम शब्दों का बिगड़ा रूप, हिन्दी की एक साहित्यिक पत्रिका

तद्भव हिन्दी की एक पत्रिका है। यह पत्रिका हर बार आधुनिक रचनाशीलता पर केन्द्रित एक विशिष्ट संचयन होती है तथा विशुद्ध साहित्यिक सामग्रियों को प्रकाशन में महत्त्व देती है।[1] समकालीन हिन्दी कथा-साहित्य के एक प्रमुख हस्ताक्षर अखिलेश ने इस पत्रिका का प्रकाशन मार्च, 1999 से प्रारंभ किया। इसका प्रकाशन लखनऊ, उत्तर प्रदेश से होता है। यह एक त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने अपनी निर्दिष्ट पत्रिकाओं की सूची में इस पत्रिका को शामिल किया है।

तद्भव

तद्भव के अंक 34 का मुखपृष्ठ
संपादक अखिलेश
श्रेणियाँ साहित्यिक पत्रिका
आवृत्ति त्रैमासिक
स्थापना 1999
प्रथम संस्करण मार्च, 1999
देश भारत
भाषा हिन्दी
जालस्थल http://tadbhav.in/

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "तद्भव पत्रिका की वेबसाईट". मूल से 3 अगस्त 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2013.