नाट्यकल्पद्रुमम् नाट्याचार्य विदूषकाचार्य पद्मश्री गुरू माणि माधव चाकयार द्वारा रचित एक संस्कृत ग्रन्थ है। इसमें केरल के प्राचीन संस्कृत नाटक केरल कुटियट्टम के सभी पक्षों का विवेचन है। सम्पूर्ण ग्रंथ प्राचीन संस्कृत गद्य में नाट्यशास्त्र का अनुसरण करते हुए लिखी गयी है। इसपर केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया था।

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