नाशी (चीनी भाषा: 纳西族, अंग्रेज़ी: Nakhi) दक्षिणी चीन में हिमालय के छोटे पहाड़ों में बसने वाली एक जाति है। यह युन्नान प्रान्त के उत्तर-पश्चिमी भाग और सिचुआन प्रान्त के दक्षिण-पश्चिमी भाग में रहते हैं। युन्नान का लिजिआंग विभाग ख़ासकर इस समुदाय से सम्बंधित है। सन् २००० में इनकी आबादी लगभग ३ लाख अनुमानित की गई थी। माना जाता है कि नाशियों के पूर्वज तिब्बत से आये थे और ज़मानों से यह चीन के तिब्बत और भारत के व्यापार में अहम भूमिका निभाते आ रहे हैं। नाशी लोग तिब्बती-बर्मी भाषा-परिवार की नाशी भाषा बोलते हैं। यह समुदाय मोसुओ समुदाय से बहुत मिलता-जुलता है, हालांकि मोसुओ लोग अभी भी अपनी तिब्बतियों से मिलती हुई पहचान बनाए हुए हैं जबकि नाशी लोगों के चीनी सभ्यता के कुछ पहलुओं को अपना लिया है।[1]

लिजिआंग (युन्नान) के पास एक गाँव में नाशी स्त्री

धर्म और प्रथाएँ संपादित करें

नाशी लोगों का अपना 'दोंगबा' (Dongba) नामक धर्म है। नाशी भाषा में इस शब्द का अर्थ 'बुद्धिमान पुरुष' है। इसकी शुरुआत तिब्बत से आए हुए एक दोंगबा शीलो नामक साधू से हुई मानी जाती है जो आज से लगभग ९०० साल पहले बाईशुईताई शहर के क़रीब एक गुफ़ा में रहते थे। इस धर्म में तिब्बत के प्राचीन बोन धर्म के बहुत से तत्व मिलते हैं।

नाशी लोगों में हिन्दुओं और बौद्धों की तरह मृतों का अग्निदाह करने का रिवाज है।

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Dictionary of Languages: The Definitive Reference to More Than 400 Languages, Andrew Dalby, Columbia University Press, 2004, ISBN 978-0-231-11569-8, ... The majority of China's Naxi population, numbering just under 290000, lives in Yunnan, and of this group, more than half reside in the Lijiang Naxi Autonomous County; the rest reside in Zhongdian, Ninglang, Yongsheng, and Deqin ...