पञ्चम बौद्ध संगीति (पालि : पञ्चमसंगायन ; बर्मी भाषा : ပဉ္စမသင်္ဂါယနာ) सन १८७१ ई में म्यांमार के मांडले में हुई थी। बर्मा के राजा मिन्दन के सौजन्य से यह आयोजन हुआ था। इसकी अध्यक्षता जगराभीवाम्सा, नरींधाभीधाजा और सुमंगलासामी द्वारा की गयी थी। इस संगीति के दौरान ७२९ शिलाखण्डों पर बौद्ध शिक्षाएँ उत्कीर्ण की गयीं थीं।