पंडित बुद्धदेव दासगुप्ता

भारतीय शास्त्रीय संगीतकार

पद्मभूषण बुद्धदेव दासगुप्ता (1 फरवरी 1933 – 15 जनवरी 2018), एक भारतीय शास्त्रीय संगीतकार और सरोदवादक थे। उन्होंने पंडित राधिका मोहन माइत्रा से सरोद वादन सीखा था। भारत सरकार द्वारा उन्हें वर्ष 2012 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इसके पूर्व उन्हें वर्ष 2015 में संगीत महासम्मान और बंगाल विभूषण से सम्मानित किया गया था। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2011 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इसे "बहुत देर हो चुकी है" कहकर लौटा दिया था। तत्पश्चात उन्हें जनवरी 2012 में, पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।[1]15 जनवरी, 2018 को हृदयगति रुक जाने के कारण उनका कोलकाता में निधन हो गया।[2]

बुद्धदेव दासगुप्ता
पंडित बुद्धदेव दासगुप्ता, पंडित चंद्र नाथ शास्त्री के तबला वादन के साथ, एक संगीत कार्यक्रम में, कलकत्ता, 1987
जन्मबुद्धदेव
1 फ़रवरी 1933
भागलपुर, बिहार, भारत
मौत15 जनवरी 2018(2018-01-15) (उम्र 84)
कोलकाता, पश्चिम बंगाल, भारत
दूसरे नामपंडित
पेशाकथा, पटकथा लेखक, संगीतकार
राष्ट्रीयताभारतीय
विधाहिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत
विषयशास्त्रीय संगीत
वेबसाइट
http://www.buddhadevdasgupta.com

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Padma Awards" [पद्म पुरस्कार] (अंग्रेज़ी में). पीआईबी. 27 जनवरी 2013. मूल से 24 मई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 जनवरी 2018.
  2. "Indian Express : Sarod Maestro Pt Buddhadev Dasgupta passes away" [इंडियन एक्स्प्रेस: सरोदवादक पंडित बुद्धदेव दासगुप्ता का निधन]. मूल से 18 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 जनवरी 2018.

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