पाइरिला पेर्पुसिला ( Pyrilla perpusilla)[1] एक प्रकार का पंखवाला कीट है, जो पौधों की पत्तियों का रस चूसता है। यह कृषि के लिए हानिकारी कीट है, ख़ासतौर पर गन्ने की खेती को भारी नुकसान पहुँचाता है।[2] गन्ने की फसल के इस कीट से प्रभावित होने को पाइरिला रोग की संज्ञा भी दी जाती है।

Pyrilla perpusilla
वैज्ञानिक वर्गीकरण
जगत: Animalia
संघ: Arthropoda
उपसंघ: Hexapoda
वर्ग: Insecta
गण: Hemiptera
अधिकुल: Fulgoroidea
कुल: Lophopidae
वंश: Pyrilla
जाति: Pyrilla perpusilla
पर्यायवाची

Zamila perpusilla Distant, 1906
Pyrops perpusilla Walker, 1851

प्रभाव संपादित करें

पाइरिला गन्ने में मौजूद दानेदार चीनी की मात्रा को कम कर देता है यह कीट गन्ने की पत्त्त्तियो में निहित रस को चूसकर पर्याक्रमण की क्रिया को प्रभावित करता है जिसके कारण पत्त्त्तियो में पीलापन आ जाता है। इस कीट से प्रभावित होने पर गन्ने की फसल की उपज में २८% तक की कमी आती है तथा दानेदार चीनी में लगभग २ % तक कमी आती है।[3]

वृद्धि हेतु दशायें संपादित करें

  1. अधिक नमी होने के कारणjgfffvyyfeefcgyygffft
  2. पानी की कमी होने के कारण
  3. नाइट्रोजन के (खाद में) अधिक उपयोग के कारण।4389760166874356

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 13 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 अप्रैल 2017.
  2. S.R. Mishra (1 January 2005). Plant Protection And Pest Management. Discovery Publishing House. पपृ॰ 132–. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-8356-042-9.
  3. "Pyrilla in sugarcane | agropedia". Agropedia.iitk.ac.in. 2009-08-19. मूल से 17 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-04-28.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें