बाढ़ बेसाल्ट (flood basalt) ऐसे भयानक ज्वालामुखीय विस्फोट या विस्फोटों की शृंखला का नतीजा होता है जो किसी समुद्री फ़र्श या घरती के विस्तृत क्षेत्र पर बेसाल्ट लावा फैला दे, यानि वहाँ लावा की बाढ़ फैलाकर उसे जमने पर बेसाल्ट की चट्टानों से ढक दे। बहुत ही बड़े बाढ़ बेसाल्ट के प्रदेशों को उद्भेदन (ट्रैप) कहा जाता है, जिसका एक महत्वपूर्ण उदाहरण भारत का दक्कन उद्भेदन है। पृथ्वी के पिछले २५ करोड़ वर्षों के इतिहास में बाढ़ बेसाल्ट की ग्यारह घटनाएँ रहीं हैं, जिन्होंने विश्व में कई पठार और पर्वतमालाएँ निर्मित की हैं।[1] हमारे ग्रह के इतिहास की पाँच महाविलुप्ति घटनाओं के पीछे भी एसी बाढ़ बेसाल्ट घटनाओं के होने का सन्देह है और सम्भव है कि पृथ्वी पर क्षुद्रग्रह प्रहार से भी बाढ़ बेसाल्ट घटनाएँ बीत सकती हैं।[2]

अमेरिका का मोज़ेज़ कूली क्षेत्र जहाँ बाढ़ बेसालट के दो बहाव दिख रहे हैं (ऊपर वाला बेसाल्ट और नीचली तंग घाटी का बेसाल्ट दो अलग बाढ़ों से है)

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Michael R. Rampino & Richard B. Stothers (1988). "Flood Basalt Volcanism During the Past 250 Million Years". Science. 241 (4866): 663–668. PMID 17839077. डीओआइ:10.1126/science.241.4866.663. बिबकोड:1988Sci...241..663R. मूल से 24 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 मार्च 2016.सीएस1 रखरखाव: authors प्राचल का प्रयोग (link) PDF via NASA Archived 2020-02-13 at the वेबैक मशीन
  2. Negi, J. G.; Agrawal, P. K.; Pandey, O. P.; Singh, A. P. (1993). "A possible K-T boundary bolide impact site offshore near Bombay and triggering of rapid Deccan volcanism". Physics of the Earth and Planetary Interiors. 76 (3–4): 189. डीओआइ:10.1016/0031-9201(93)90011-W. बिबकोड:1993PEPI...76..189N.