बार्बीचुरेट्स (बार्बिट्यूरेट) वह नारकोटिक औषधियां हैं जो केंद्रीय तंत्रिकातंत्र पर हावी होते हैं। यह व्यक्ति की थकावट दूर करने में उपयोगी है, मानसिक तनाव दूर करता है और नींद के लिए उपयोगी होते है। कुछ बार्बीचुरेट्स का उपयोग डाक्टर पागलपन के इलाज़ में और बेहोशी के लिए भी करते है।

बार्बीचुरेट्स सफेद रंग का पाउडर है जो की विभिन्न आकर में पाया जाता है और भिन्न-भिन्न प्रकार के रंगों में भी उपलब्ध होता है।

बार्बीचुरेट्स गोलियों, कैप्सूल एवम इंजेक्शन के रूप में प्रयुक्त होते है। यह बार्बीचुरेट्स वह नारकोटिक्स ड्रग्स है जो इंसान को अपना आदी बना लेता है और इंसान मानसिक रूप से और आत्म बल से इसपर निर्भर हो जाता है। बार्बीचुरेट्स बहुत से प्रकार के होते है जैसे कि: एमोबार्बिटल, बार्बिटल, पेंटोबार्बिटल, फीनोबार्बिटल, सेकोबार्बिटल आदि। सबसे ज्यादा मात्रा में यह ड्रग चिंता में डूबे और निद्रा से व्याकुल लोग इस्तेमाल करते है। इस अवस्था में इन ड्रग्स का उपयोग करने से व्यक्ति को राहत मिलती है और ज्यादा मात्र में इसको ग्रहण करने से इसकी लत लग जाती है, जो कि इंसान की सेहत के लिए हानिकारक होता है।

यह बार्बीचुरेट्स आमतौर पर डाउनर्स, स्लीपर्स, बार्ब्स, स्लीपिंग पिल्स, कैंडी आदि के नाम से प्रचलित है और यह नारकोटिक्स ड्रग्स बहुत ही आराम से मिलने वाले ड्रग्स में से है। ज्यादा मात्रा या फिर अक्सर बार्बीचुरेट्स को ग्रहण करने से व्यक्ति के शरीर की सहनशीलता ख़त्म हो जाती है और यह औषधि उसके लिए हानिकारक हो जाती है। ज्यादा उम्र के लोगों और गर्भवती महिलओं के लिए यह औषधि ज़हर का काम करती है और इसका सेवन करने से उन्हें नुक्सान भी होता है।[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Sneader, Walter (2005-06-23). Drug Discovery. John Wiley and Sons. p. 369. ISBN 0-471-89979-8.