बीटा वल्गैरिस, जिसे साधारण भाषा में चुकंदर कहते हैं, अमारैन्थ परिवार का एक पादप सदस्य है। इसे कई रूपों में, जिनमें अधिकतर लाल रंग की जड़ से प्राप्त सब्जी रूप में प्रयोगनीय उत्पाद के लिये उगाया जाता है। इसके अलावा अन्य उत्पादों में इसके पत्तों को शाक रूप में प्रयोग करते हैं, व इसे शर्करा-स्रोत रूप में भी प्रयोग किया जाता है। पशु-आहार के लिये भी कहीं-कहीं प्रयोग किया जाता है। इसकी अधिकतर प्रचलित Beta vulgaris उपजाति vulgaris में आती है। जबकि Beta vulgaris उपजाति:maritima, जो ई-बीट नाम से प्रचलित है, इसी का जंगली पूर्वज है और भूमध्य सागरीय क्षेत्र, यूरोप की अंध-महासागर तटरेखा एवं भारत में उगती है। एक अन्य जंगली प्रजाति Beta vulgaris उपजाति:adanensis, यूनान से सीरिया पर्यन्त पायी जाती है।

चुकंदर (बीटा वल्गैरिस)
बीटा वल्गैरिस उपजाति वल्गैरिस
वैज्ञानिक वर्गीकरण
जगत: पादप
अश्रेणीत: एंजियोस्पर्म
अश्रेणीत: एकबीजपत्री
गण: कैर्योफिलेलिस
कुल: अमारैन्थेशी
वंश: बीटा
जाति: B. vulgaris
द्विपद नाम
बीटा वल्गैरिस
L.
Beta vulgaris, नाम से प्रचलित चुकंदर, शाक विक्रेता के यहां

चुकंदर में अच्छी मात्रा में लौह, विटामिन और खनिज होते हैं जो रक्तवर्धन और शोधन के काम में सहायक होते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं। यह प्राकृतिक शर्करा का स्रोत होता है। इसमें सोडियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, क्लोरीन, आयोडीन और अन्य महत्वपूर्ण विटामिन पाए जाते हैं। चुकंदर में गुर्दे और पित्ताशय को साफ करने के प्राकृतिक गुण हैं।[1] इसमें उपस्थित पोटेशियम शरीर को प्रतिदिन पोषण प्रदान करने में मदद करता है तो वहीं क्लोरीन गुर्दों के शोधन में मदद करता है। यह पाचन संबंधी समस्याओं जैसे वमन, दस्त, चक्कर आदि में लाभदायक होता है। चुकंदर का रस पीने से रक्ताल्पता दूर हो जाती है क्योंकि इसमें लौह भी प्रचुर मात्र में पाया जाता है।[2] चुकंदर का रस हाइपरटेंशन और हृदय संबंधी समस्याओं को दूर रखता है। विशेषतया महिलाओं के लिए बहुत लाभकारी है। चुकंदर में बेटेन नामक तत्व पाया जाता है जिसकी आंत व पेट को साफ करने के लिए शरीर को आवश्यकता होती है और चुकंदर में उपस्थित यह तत्व उसकी आपूर्ति करता है। कई शोधों के अनुसार चुकंदर कैंसर में भी लाभदायक होता है। चुकंदर और उसके पत्ते फोलेट का अच्छा स्रोत होते हैं, जो उच्च रक्तचाप[3] और अल्जाइमर की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं।[2][4]

चित्र:चुकंदर.JPG
चुकंदर की भारत में प्रचलित किस्म

सन्दर्भ

  1. चुकंदर खाओगे तो लाल हो जाओगे|हिन्दुस्तान लाइव। ३० मार्च २०१०। डॉ॰ साची सोहल (डायटीशियन)
  2. एनीमिया दूर करे चुकंदर Archived 2010-11-21 at the वेबैक मशीन। याहू जागरण
  3. उच्च रक्तचाप से बचाता है चुकंदर
  4. बीपी कम करना है तो खाएं चुकंदर। मेरी आवाज सुनो। १३ फ़रवरी २००९

बाहरी कड़ियाँ

 
विकिस्रोत में इस लेख से सम्बंधित, मूल पाठ्य उपलब्ध है:
  • Stephen Nottingham (2004). Beetroot (e-book). मूल से 25 अक्तूबर 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 अप्रैल 2010.
  • Sorting Beta names - multilingual listing of the Beta species