नेपाल के महोत्तरी सदरमुकाम जलेश्वर से २७ किलोमिटर उत्तर-पश्चिम सोनामाई स्थान में दशहरा के अवसर पर लगने वाले मेले को भूत मेला कहते हैं।[1] सोनामाई में भूत भगाने का मेला २०० साल पहले से चलता आ रहा है, यह लोगों का अनुमान रहा है। घटस्थापना से सुरु होकर नवमी में समापन होने वाला यह मेला दिन भर पूजा और मनोरंजन के साथ सप्तमी और अष्टमी तक उत्कर्षपूर्ण होता है। भूतप्रेत से मुक्त होने के लिए रात होने के बाद ही लोग मन्दिर परिसर में जाते हैं। दिन भर पूजापाठ में व्यस्त पूजारी रातभर जागरण करते हुए भूत मेले का नेतृत्व करते है। भूत हटाने और सन्तान सुख प्राप्त करने का अवसर के रूप में माना जानेवाला सोनामाई मेला मनोकांक्षा पूरा करता है ऐसा जनविश्वास है।

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